पैरों में फंगल इन्फेक्शन जिसे एथलीट फुट भी कहा जाता है। यह एक तरह का स्किन इंफेक्शन है, जिससे बहुत से लोग प्रभावित होते हैं। यह समस्या खासकर मानसून में देखने को मिलती है, जब बारिश की वजह से पैर नमी में रहते हैं या जूते और मौजे अच्छे से सूख नहीं पाते। फंगल इन्फेक्शन की वजह से पैरों में खुजली, जलन के साथ दाने या स्किन पपड़ीदार होने के लक्षण नजर आते हैं।
फंगल इन्फेक्शन अगर पैर के नाखूनों तक फैल जाए तो नाखूनों के आसपास सूजन आ सकती है। पैरों में इन्फेक्शन होने पर शुरुआत में सामान्य दर्द और सूजन हो सकती है। फंगल इन्फेक्शन का समय पर उपचार आवश्यक है, नहीं तो यह गंभीर समस्या बन सकता है। इस आर्टिकल में हम पैरों में फंगल इंफेक्शन के कारण और उपचार के बारे में जानेंगे।
पैरों का फंगल इंफेक्शन क्या है?
पैरों का फंगल इंफेक्शन एक तरह का संक्रामक त्वचा रोग है, जिसमें पैरों की त्वचा पर फंगस यानी कवक का संक्रमण हो जाता है। इसे ‘एथलीट फुट‘ या ‘टिनिया पेडिस‘ के नाम से भी जाना जाता है। यह आमतौर पर नमी, गंदगी, और पसीने से भरे वातावरण में अधिक समय बिताने वाले लोगों में देखने को मिलता है। यह संक्रमण विशेष रूप से पैरों की उंगलियों के बीच में शुरू होता है, और बाद में पैर की त्वचा पर फैल जाता है।
पैरों में फंगल इंफेक्शन के लक्षण क्या है?
पैरों में फंगल इंफेक्शन होने पर निम्नलिखित लक्षण देखने को मिलते हैं।
- त्वचा पर रैशेज हो जाना।
- पैरो की उंगली के बीच दाद।
- पैरों पर त्वचा की पपड़ी बन जाना।
- संक्रमण वाले हिस्से पर खुजली।
- त्वचा का लाल पड़ जाना।
- त्वचा में दरारें पड़ना।
- त्वचा पर दाने निकलना।
- फफोले और छाले हो जाना आदि।
पैरों में फंगल इंफेक्शन का कारण क्या है?
पैरों में फंगल इंफेक्शन होने के निम्नलिखित कारण देखने को मिलते हैं।
- पैरों की नियमित सफाई नहीं होना।
- पैरों में नमी और पसीना रहना।
- गीले जूते, मौजे या चप्पल पहनना।
- पैरों का अधिक समय तक पानी में रहना।
- संक्रमित व्यक्ति की चीजों का इस्तेमाल करना आदि।
पैरों के फंगल इन्फेक्शन से बचाव के उपाय
पैरों के फंगल इन्फेक्शन से बचाव के उपाय निम्नलिखित हैं।
- पैरों की नियमित सफाई करें।
- स्नान के बाद पैरों को अच्छे से सुखाएं।
- गीले जूते या मौजे नहीं पहनें।
- नंगे पैर नहीं चलना चाहिए।
- मानसून में पैरों की विशेष देखभाल आदि।
पैरों के फंगल इन्फेक्शन का उपचार क्या है?
पैरों में फंगल इन्फेक्शन होने पर त्वचा रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना होता है। डॉक्टर फंगस की स्थिति के आधार पर उपचार शुरू करते हैं। डॉक्टर प्रभावित व्यक्ति को एंटीफंगल क्रीम या लोशन और एंटीफंगल पाउडर के साथ घरेलू उपचार एवं बचाव के उपायों को अपनाने की सलाह दे सकते हैं।
पैरों के फंगल इन्फेक्शन एक सामान्य समस्या है, जो कई लोगों में देखने को मिलती है। फंगल इन्फेक्शन के लक्षण दिखने पर त्वचा रोग से जुड़े डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें। समय पर उपचार करने पर इस समस्या से छूटकारा पाया जा सकता है।