आपने कई लोगों को यह कहते जरूर सुना होगा कि उनकी बीपी लो हो गई है या फिर उनको लो बीपी की शिकायत है। Low BP यानी लो ब्लड प्रेशर तब होता है, जब हमारे शरीर में खून का दबाव आवश्यकता से कम हो जाता है। ऐसे में शरीर के अंगों तक खून सही तरीके से नहीं पहुंच पाता, जिससे थकावट, चक्कर आना या सुस्ती जैसे लक्षण महसूस होने लगते हैं।
कई बार इसके संकेत इतने हल्के होते हैं कि हम उन्हें मामूली समझकर नजरअंदाज कर देते हैं। लेकिन अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए, तो ये गंभीर भी हो सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि हम Low BP के उन साइलेंट सिग्नल्स को समझें, और समय पर सही निर्णय लें।
इस आर्टिकल में हम निम्नलिखित विषयों पर बात करेंगे।
- लो बीपी क्या होता है? Low BP kya hota hai
- लो बीपी का लक्षण Low BP ke lakshan
- लो बीपी के कारण Low BP ke karan
- लो बीपी का उपचार Low blood pressure treatment in Hindi
- लो बीपी के घरेलू उपाय Low BP ke gharelu upay
- बीपी लो होने पर क्या करें? BP low hone par kya kare
- बीपी लो होने से क्या मतलब है? – Low blood pressure meaning in Hindi
Low BP का मतलब है कि खून हमारे शरीर में पर्याप्त स्पीड और दबाव से नहीं पहुंच रहा, जिससे अंगों को जरूरी ऑक्सीजन और पोषण नहीं मिल पाता है। ऐसा कभी भी हो सकता है, लेकिन शरीर इससे जुड़े संकेत जरूर देता है।
अब यह जानना आवश्यक है कि किस स्तर से नीचे का ब्लड प्रेशर लो बीपी में गिना जाएगा। दरअसल, जब BP 90/60 mmHg या उससे नीचे चला जाए तो, इसे लो ब्लड प्रेशर कहा जाता है।
ऐसा होने पर शरीर में कमजोरी, सुस्ती, और ध्यान में कमी जैसे लक्षण नजर आते हैं।
बीपी लो क्यों होता है? – Low BP ke karan
यूं तो Low BP के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे हमारा खानपान, दिनचर्या, किसी बीमारी का लक्षण या फिर दवाइयों का सेवन। यहां हम कुछ सामान्य कारणों के बारे में जानेंगे, जो इस प्रकार हैं।
- शरीर में पानी की कमी।
- लंबे समय तक खाली पेट रहना।
- हार्ट की बीमारी या स्लो हार्टबीट।
- एनीमिया या थायरॉइड की समस्या।
- अचानक खड़े होने पर BP कम होना।
- गर्भावस्था में हार्मोनल बदलाव।
- कुछ दवाओं का साइड इफेक्ट आदि।
बीपी लो होने के लक्षण – Low BP ke lakshan
Low BP के लक्षण शुरू में अक्सर हल्के नजर आते हैं, लेकिन समय पर ध्यान न देने पर गंभीर हो सकते हैं। ऐसे में इन लक्षणों की पहचान जरूरी हैं।
- सिर चकराना या हल्का महसूस होना।
- नजर का धुंधला होना।
- थकान, कमजोरी और सुस्ती।
- मतली या उल्टी जैसा महसूस होना।
- धीमी या अनियमित हार्टबीट।
- शरीर का ठंडा होना और पसीना आना।
बीपी लो होने पर 5 साइलेंट सिग्नल – BP low ke nishan
शरीर में कुछ संकेत ऐसे होते हैं जो BP कम होने की ओर इशारा करते हैं, लेकिन हम अक्सर इन्हें दूसरी वजह समझ कर नजरअंदाज कर देते हैं। ये साइलेंट सिग्नल्स समझना बेहद जरूरी है।
1. शरीर का थका हुआ या सुस्त महसूस करना
- बिना थके हुए भी सुस्त महसूस करना।
- ये दिमाग तक कम ऑक्सीजन पहुंचने का संकेत हो सकता है।
2. खड़े होते ही चक्कर आना
- अचानक उठने पर सिर घूमना और चक्कर आना।
- Orthostatic Hypotension का लक्षण हो सकता है।
3. हाथ-पैर ठंडे पड़ जाना
- ब्लड सर्कुलेशन धीमा होने से हाथ-पैर ठंडे हो जाते है।
- इसका मतलब है कि शरीर में खून सही से नहीं पहुंच पा रहा।
4. ध्यान या फोकस की कमी
- कुछ सोचते-सोचते भूल जाना या बातों में खो जाना।
- यह दिमाग तक ब्लड न पहुंचने का सीधा संकेत माना जाता है।
5. सांस फूलना और थकान
- सीढ़ियां चढ़ते ही थक जाना और सांस का फूलना।
- ऐसा इसलिए होता है कि क्योंकि Low BP से हार्ट को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है।
कैसे पता करें कि बीपी लो है – Low BP kaise check kare
अगर Low BP की सही पहचान, समय पर हो जाए तो इलाज आसान हो जाता है। इसके लिए घरेलू और मेडिकल दोनों उपाय उपलब्ध हैं।
- अगर संदेह है तो डिजिटल BP मशीन से दिन में 2 बार BP चेक करें।
- अगर लगातार 90/60 mmHg या उससे कम बीपी आ रहा है तो डॉक्टर से मिलें।
- चक्कर आना और बार-बार थकान महसूस हो रही है तो यह लो बीपी हो सकती है।
बीपी लो होने पर क्या करें? – BP low hone par kya kare
BP Low के लक्षण दिखने पर कुछ आसान उपाय कर एक बार के लिए राहत पाई जा सकती है। लेकिन इसके बाद डॉक्टर को अवश्य दिखाएं।
- तुरंत बैठ जाएं और पैरों को ऊपर रखें।
- थोड़ा नमक मिला पानी या इलेक्ट्रोलाइट पिएं।
- अगर कमजोरी ज्यादा हो तो मीठा या कॉफी लें।
- ठंडी जगह से बाहर निकलें और खुले वातावरण में रहें।
- डॉक्टर को दिखाएं और आवश्यक दवाइयां लें।
बीपी लो को ठीक करने के घरेलू उपाय – Low BP ke gharelu upay
Low BP से राहत पाने के लिए कुछ घरेलू उपाय बहुत असरदार हैं। ये शरीर की ताकत बढ़ाकर ब्लड फ्लो को बैलेंस करते हैं। अगर आपको लो बीपी की शिकायत है तो यह घरेलू उपाय जरूर अपनाएं।
1. नमक और नींबू का पानी
एक गिलास पानी में चुटकीभर नमक और नींबू मिलाकर पिएं। इससे ब्लड सर्कुलेशन तुरंत बेहतर होता है।
2. किशमिश और बादाम
रात में 4-5 किशमिश और बादाम भिगो दें और सुबह खाएं, यह एनर्जी और आयरन दोनों का बेहतरीन स्रोत है।
3. तुलसी के पत्ते
4-5 तुलसी पत्ते रोज़ चबाएं या गर्म पानी में डालकर पिएं। यह BP और इम्यूनिटी दोनों को बैलेंस करता है।
4. ब्लैक टी या कॉफी
कम मात्रा में ब्लैक टी या कॉफी पीने से BP कुछ समय के लिए बढ़ता है। हालांकि अधिक मात्रा से बचें और इसे आदत न बनाएं।
5. पानी की मात्रा बढ़ाएं
दिन में कम से कम 8-10 गिलास पानी अवश्य पिएं। डिहाइड्रेशन भी Low BP का बड़ा कारण है।
हमें यह ध्यान रखना है कि Low BP कोई मामूली समस्या नहीं है, खासकर तब जब शरीर इसके संकेत पहले से देने लगता है। यदि आप साइलेंट लक्षणों को पहचान लेते हैं, और समय रहते उचित उपचार लेते हैं, तो इस पर नियंत्रण संभव है। किसी भी प्रकार के लक्षणों को हल्के में न लें। समय पर डॉक्टर से सलाह लें, अपनी डाइट और दिनचर्या पर ध्यान दें, इससे लो बीपी पर राहत पाई जा सकती है।